“योगः कर्मसु कौशलम् “ योग विशेषांक आपके हाथों में । स्वयं पढ़िए मित्रों , संबंधियों को पढ़ाइये – स्वयं सदस्य बनिये दूसरों को भी पढ़ाइये । अपने किसी सगे संबंधियों को जन्मदिवस पर उपहार स्वरूप भेंट भी कर सकते हैं ।
प्रत्येक व्यक्ति की इच्छा होती है कि जीवन भर स्वस्थ एवं सक्षम रहें। कोई भी सरकार या सामाजिक संगठन अलग-अलग या मिलकर भी सभी को स्वस्थ नहीं कर सकते। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना होगा।
“योगः कर्मसु कौशलम् “ योग विशेषांक आपके हाथों में । स्वयं पढ़िए मित्रों , संबंधियों को पढ़ाइये – स्वयं सदस्य बनिये दूसरों को भी पढ़ाइये । अपने किसी सगे संबंधियों को जन्मदिवस पर उपहार स्वरूप भेंट भी कर सकते हैं ।